Linux को समझने से पहले जानते हैं कि कर्नल क्या होता है कर्नल एक कंप्यूटर प्रोग्राम है जो कि कौर पार्ट होता है किसी भी ऑपरेटिंग सिस्टम का यहां हमें कंप्यूटर हार्डवेयर से इंटरेक्ट करने में हेल्प करता है |
जैसा फॉर एग्जांपल अगर आपको कोई मूवी देखनी है तो अगर आप कंप्यूटर में VLC को ओपन करना चाहते हैं |
वह कर्नल ही है जो अपने कंप्यूटर हार्डवेयर से इंटरेक्ट करता है और हमारे VLC मीडिया प्लेयर को ओपन कर देता है |
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Linux Kya Hai
तो अब हम जान लेते हैं Linux के बारे में Linux एक कर्नल है जी हां दोस्तों Linux एक ऑपरेटिंग सिस्टम नहीं है और Linux कर्नल पर बेस्ड बहुत सारे ऑपरेटिंग सिस्टम है जिन्हें हम Linux डिस्ट्रीब्यूशन कहते हैं |
उदाहरण के तौर पर
Ubuntu
Fedora
Arch Linux
Kali Linux
आदी जो कि Linux कर्नल पर बेस्ड है तो मेरी बात पर ध्यान दीजिएगा Linux कर्नल है Linux एक ऑपरेटिंग सिस्टम नहीं है |
History of Linux
Linux कर्नल को डेवलप किया था एक फिनी स्टूडेंट ने जिनका नाम था Linus Torvalds और इन्होंने इस कर्नल को पब्लिकलि अनाउंसमेंट किया था 25 अगस्त 1991 को जब वह सिर्फ 21 साल के थे |
Linux को डिवेलप करने का प्राइमरी एम था फ्री ऑपरेटिंग सिस्टम कर्नल प्रोवाइड करवाना Linux से पहले जो यूनिक्स बेस्ड ऑपरेटिंग सिस्टम थे वह काफी एक्सपेंसिव हुआ करते थे |
तो शुरू शुरू में Linus Torvalds को अपने इस कर्नल को पब्लिश करने में बहुत प्रॉब्लम हुई तो उन्हे लाइसेंस नहीं मिल रहा था तो |
इसीलिए Linux को री लाइसेंस किया गया GNU GPL के अंडर क्योंकि जो GNU है उसका मैन इनसेटीव है फ्री सॉफ्टवेयर को डेवलप करना |
तो इसीलिए हम इसे GNU GPL Linux ऑपरेटिंग सिस्टम कर्नल भी कहते हैं |
तो फिर Linux कि जैसे-जैसे पोपुलैरिटी बढ़ती गई वैसे वैसे अलग-अलग कंपनी ने Linux कर्नल पर बेस्ड अपने-अपने Linux डिस्ट्रीब्यूशन को लॉन्च करना शुरू कर दिया जैसे Ubuntu, Fedora, Arch Linux, Kali Linux आदि |
विंडोस को Linux से ज्यादा यूज क्यों करते हैं ?
Linux OS कमांड बेस्ड ऑपरेटिंग सिस्टम है जो मेंंनली कमांड पर काम करता है यानी कि इसमें कमांड लाइन यूजर इंटरफेस मिलता है |
और विंडोज में हमें ग्राफिकल यूजर इंटरफेस मिलता है जिसे बिना कमांड के नॉलेज के भी कोई भी यूज़ कर सकता है |
इसी रीजन की वजह से विंडोस ने पूरे मार्केट को डोमिनोज करके रखा है |
Linux एडवांटेज क्या है ?
1 यह एक ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर है इस कारण हमें फुली लीगल और लाइसेंस Linux बेस्ड ऑपरेटिंग सिस्टम फ्री ऑफ कॉस्ट इंटरनेट से डाउनलोड करने को मिल जाता है |
आप सोच रहे होंगे कि हमें जो विंडोज भी डाउनलोड करने को मिल जाता है अलग-अलग वेबसाइट से पर वह विंडोस एक्टिवेटेड विंडोस नहीं मिलती है |
हमें सिर्फ उसकी एक आईएसओ फाइल मिलती है पर वह एक्टिवेटेड नहीं होती है |
अगर हम Linux बेस्ड ऑपरेटिंग सिस्टम को डाउनलोड करते हैं जैसे कि हमने Ubuntu को डाउनलोड किया तो हमें एक फुली एक्टिवेटेड लीगल वर्जन मिलता है |
2 Linux कंपलीटली वायरस फ्री है इसमें हमें अलग से कोई एंटीवायरस इंस्टॉल करने की जरूरत नहीं होती है |
3 Linux एक बहुत ही स्टेबल ओएस है जो ज्यादा हैवी नहीं है इस कारण यह हमारे पुराने हार्डवेयर में भी जान डाल देता है |
Linux के डिसएडवांटेज
1 हमारे विंडोस की कोई भी प्रोग्राम Linux पर वर्क नहीं करेगी यानी हमारे विंडोस का कोई भी Applications इसमेेेें काम नहींं करता है |
2 Linux यूज़ करने के लिए आपको कमांड पर अच्छी पकड़ होनी चाहिए अगर आपको कमांड पर पकड़ रही है तो Linux आपके लिए कोई काम का नहीं है |
3 अगर हमारे कोई भी डिवाइसेज है जैसे प्रिंटर, माउस, कीबोर्ड आदि इनके जो ड्राइवर होते हैं जो हार्डवेयर मैन्युफैक्चरर्स होते हैं वो सिर्फ विंडोस के लिए डिवेलप करते हैं और Linux बेस्ड ऑपरेटिंग सिस्टम के लिए वह डिवेलप नहीं करते हैं |
आशा है कि दोस्तों आपको दिया गया आर्टिकल Linux Kya Hai के ऊपर संपूर्ण जानकारी मिल गई होगी हमारी हमेशा यही कोशिश रहती है कि दिए गए विषय के ऊपर पूरी जानकारी मिले जिससे कि आपको और कहीं जाने की जरूरत ना पड़े |
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